गर्मी का मौसम और गर्भावस्था क्या-क्या ध्यान रखें

गर्मियों में प्रेगनेंसी

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे में मौसम गर्मियों का हो तो प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा परेशानी का अनुभव हो सकता है। साथ ही इस दौरान अपनी केयर भी ज्यादा बेहतर तरीके से करनी पड़ती है, खाने से लेकर घर से बाहर निकलने तक का अच्छे से ध्यान रखना पड़ता है। क्योंकि पसीने के कारण परेशानी, लू के कारण होने वाली समस्या, खाने पीने की चीजों का ध्यान रखना आदि बहुत सी बातों का अच्छे से ध्यान रखना पड़ता है।

इसीलिए गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अपनी बेहतर तरीके से केयर करने की सलाह दी जाती है ताकि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। तो गर्भवती महिला को गर्मी के कारण होने वाली परेशानी को कम करने के लिए किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, गर्भवती महिला को गर्मी में कारण क्या क्या परेशानियां होती है, डिलीवरी होने पर किस तरह अपना ध्यान रखना चाहिए, आदि के बारे में आइये विस्तार से जानते हैं।

गर्मियों में प्रेग्नेंट महिला को होने वाली परेशानियां

  • गर्मी का अनुभव अधिक होने पर गर्भवती महिला को ब्लड प्रैशर की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
  • गर्भवती महिला को गर्मियों में अधिक ठंडा खाने की इच्छा हो सकती है, और यदि महिला ठंडी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करती है तो इसके कारण गर्भवती महिला को सूजन की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है।
  • पानी का भरपूर सेवन न करने की वजह से महिला को डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
  • धूप अधिक होने के कारण स्किन से जुडी समस्या, सिर में दर्द, थकान, कमजोरी आदि का अनुभव भी हो सकता है।
  • कपड़ो को लेकर महिला को परेशानी हो सकती है।
  • गर्मी में पसीना आने के कारण गर्भवती महिला को दिक्कत का अनुभव करना पड़ सकता है।
  • जिन गर्भवती महिला की स्किन नाजुक होती है गर्मी के कारण उन्हें स्किन से जुडी समस्या भी हो सकती है।

प्रेग्नेंट महिला को गर्मी से राहत के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

यदि कोई महिला गर्मियों में प्रेगनेंसी का आनंद गर्मी के कारण नहीं ले पा रही हैं, तो आज हम कुछ ऐसे खास टिप्स बताने जा रहे हैं जो गर्मियों में गर्भवती महिला गर्मी से होने वाली परेशानी से बचाने में मदद करते हैं।

घर को रखें ठंडा

प्रेग्नेंट महिला को गर्मी से निजात पाने के लिए सबसे पहले घर को ठंडा रखने की कोशिश करनी चाहिए इसके लिए घर में ए सी है या कूलर है उसे दिन में थोड़ी देर चलाकर रखना चाहिए, ताकि घर की छत और दीवारों को ठंडा रहने में मदद मिल सके। घर की खिड़कियों आदि पर परदे लगाने चाहिए जिससे घर में धूप के कारण गर्मी के अहसास को कम करने में मदद मिल सके। और जिस जगह पर आप सोते हैं वहां सोने की जगह पर भी सूती चादर का ही इस्तेमाल करें।

नमक से बचें

गर्भवती महिला को गर्मियों में खाने में नमक का कम इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि नमक का सेवन अधिक करने से गर्भवती महिला को सूजन की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही खाने में कम नमक का इस्तेमाल करने से ब्लड प्रैशर जैसी परेशानी से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

रेडी टू इट

रेडी टू इट यानी की जो खाना पैक किया हुआ आता है केवल उसे गरम करने की जरुरत पड़ती है, ऐसे खाने का सेवन भी गर्मियों में गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है जो गर्मियों के मौसम में गर्भवती महिला के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।

जंक फ़ूड

गर्मी में गर्भवती महिला को जंक फ़ूड, ज्यादा मसालेदार, तेलीय आहार के सेवन से भी बचना चाहिए, क्योंकि इसके सेवन से महिला को गर्मी में पेट से जुडी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। और गर्भवती महिला को अपनी डाइट में हल्के आहार को शामिल करना चाहिए जो गर्भवती महिला की सेहत और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में किसी भी तरह की समस्या न लाए, और वह आहार पोषक तत्वों से भी भरपूर हो।

पहनावा

प्रेग्नेंट महिला को गर्मी की समस्या से बचने के लिए अपने पहनावे का भी खास ध्यान रखना चाहिए। गर्भवती महिला को सूती, खुले, आरामदायक और हल्के रंग के कपड़ो का चुनाव करना चाहिए। क्योंकि सूती कपडे पसीने को सोख लेते हैं जिससे महिला को गर्मी की परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है। साथ ही गर्भवती महिला को जूते चप्पल भी पूरी तरह से बंद नहीं पहनने चाहिए, बल्कि आगे से खुले हुए पहनने चाहिए ताकि बॉडी में ब्लड फ्लो अच्छे से हो सके ऐसा करने से पैरों में हवा लगती रहेगी और महिला को पैरों में सूजन जैसी परेशानी से बचने में मदद मिलेगी।

तरल पदार्थ

डिहाइड्रेशन के कारण होने वाली परेशानी से बचने के लिए और शरीर को ठंडा रखने के लिए गर्भवती महिला को तरल पदार्थो का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि यदि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो इसके कारण गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। और तरल पदार्थ की मात्रा को भरपूर रखने के लिए गर्भवती महिला ताजे फलों के रस, नारियल पानी, निम्बू पानी, और दिन में आठ से दस गिलास पानी का सेवन जरूर करना चाहिए।

नहाएं

गर्मी की समस्या से बचने के लिए दिन में दो बार गर्भवती महिला को जरूर नहाना चाहिए, हर दूसरे से तीसरे दिन बालों को भी जरूर धोना चाहिए। क्योंकि इससे गर्भवती महिला के शरीर को ठंडक का अहसास होता है जिससे गर्मी से बचने में मदद मिलती है।

धूप में निकलते समय ध्यान रखें

वैसे तो गर्भवती महिला को धूप में निकलने से बचना चाहिए, लेकिन यदि कभी कहीं जाना भी पड़ता है, तो छाता, चश्मा, सूती चुन्नी, सनस्क्रीन को बॉडी पर लगाकर, पानी की बोतल साथ लेकर घर से निकलना चाहिए। ताकि गर्मी के कारण होने वाली परेशानी से गर्भवती महिला को बचाने में मदद मिल सके, और जितना हो सके सीधी धूप में चलने से बचना चाहिए।

आहार का ध्यान रखें

सबसे जरुरी टिप्स जो की गर्भवती महिला को जरूर ध्यान रखना चाहिए, गर्मी के कारण कई बार गर्भवती महिला की खाने की इच्छा नहीं होती है, लेकिन महिला को खान पान में लापरवाही नहीं करनी चाहिए क्योकि इसके कारण गर्भवती महिला की परेशानी बढ़ सकती है। साथ ही महिला को अपने आहार में ज्यादा मसालों का प्रयोग न करते हुए हल्के, संतुलित, ताजे, पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए। गर्मी से बचने के लिए रसदार फलों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

गर्मियों में डिलीवरी होने पर इन बातों का ध्यान रखें

  • गर्मियों में डिलीवरी होने पर गर्भवती महिला गर्मी से बचने के लिए ए सी का इस्तेमाल न करें, साथ ही कूलर या पंखे के सीधे भी संपर्क में नहीं आना चाहिए। और यदि आप पंखे के नीचे या कूलर के आगे सोती है तो अपने शरीर को अच्छे से ढक कर रखना चाहिए। साथ ही शिशु भी माँ के गर्भ में एक निश्चित तापमान में होता है ऐसे में शिशु को सीधे ए सी में सुला देने से से शिशु को भी परेशानी हो सकती है। इसीलिए कम से कम बीस दिन से एक महीने तक महीने तक इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
  • खाने की चीजों में हल्के आहार जैसे की उबली हुई दालें, खिचड़ी, दलिया आदि का सेवन करें, जो की पचाने में आसान हो। और शिशु को भी कोई समस्या न हो, क्योंकि यदि आप तेज मसाले, तेलीय आहार का सेवन करती है तो इसके कारण डिलीवरी के बाद महिला और शिशु दोनों को पेट में गर्मी बढ़ने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • खाने में ठंडी चीजे जैसे की ठंडा पानी, ठंडा खाना, आइस क्रीम आदि के सेवन से भी महिला को नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण महिला को रिकवर होने में समय लग सकता है, साथ ही ठंडी चीजों का सेवन अधिक करने के कारण महिला को पेट के अधिक बाहर आने जैसी परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है।
  • गर्भवती महिला को डिलीवरी के बाद गर्मी से निजात पाने के लिए और जल्दी रिकवर होने के लिए बॉडी को भरपूर आराम देना चाहिए।

तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका ध्यान गर्भवती महिला को जरूर रखना चाहिए, इन टिप्स का इस्तेमाल करने से गर्भवती महिला को गर्मी के कारण होने वाली परेशानी से बचने में मदद मिलती है। इसके अलावा यदि गर्भवती महिला को कोई और शारीरिक परेशानी होती है तो एक बार डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए।

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