ऐसे हो मानसिक रूप से तैयार बेबी के लिए

यदि आप प्रेग्नेंट हो चुकी है या बेबी प्लान कर रहीं हैं। तो आपको को अपनी बॉडी को स्वस्थ रखने के साथ इस बात का भी ध्यान रखना पड़ता है। की क्या आप मानसिक रूप से बेबी के लिए तैयार है? क्योंकि यह बात सच है की प्रेगनेंसी महिला के जीवन का सबसे बेहतरीन अनुभव होने के साथ महिला की जिंदगी को पूरी तरह से बदल देने वाला अनुभव भी होता है। और ऐसा भी नहीं है ही शिशु के जन्म के बाद आपकी जिंदगी में केवल ख़ुशी ही आती है।

बल्कि शिशु की केयर करना, शिशु के लिए हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखना, शिशु को पालना महिला के लिए खुशनुमा होने के साथ कठिनाई से भरा व् तनाव से भरा हुआ भी हो सकता है। साथ ही बेबी के आने से आपके काम, परिवार, दोस्ती, पति पत्नी का रिश्ता सभी चीजें प्रभावित होती है। ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले मानसिक रूप से अपने आप को तैयार करना चाहिए की क्या वो अपने लाइफ में आने वाले इस बड़े बदलाव के तैयार है।

कैसे हो बेबी के लिए मानसिक रूप से तैयार?

यदि आप बेबी प्लान तो करना चाहती हैं। लेकिन आपको समझ नहीं आ रहा है की आप इस जिम्मेवारी को लेने के लिए तैयार है या नहीं। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपसे कुछ ऐसे बातें और टिप्स शेयर करने जा रहे हैं। जो मानसिक रूप से आपको तैयार करने में मदद कर सकते है।

सबसे पहले अपने मन में आ रहे विचारों को अपने पार्टनर से करें शेयर

  • माँ बनना महिला का काम होता है लेकिन महिला को इस फैसले व् प्रेगनेंसी के दौरान और शिशु के जन्म के बाद अपने पार्टनर के पूरे स्पोर्ट की जरुरत पड़ती है।
  • और शिशु के जन्म के बाद महिला की जिम्मेवारियां बढ़ जाती है।
  • ऐसे में महिला को अपने मन में आ रहे विचारों को अपने पार्टनर के साथ शेयर करना चाहिए।
  • की शिशु के जन्म के बाद आपके पार्टनर किन किन चीजों में आपकी मदद कर सकते हैं, शिशु के जन्म के बाद उनकी लाइफ में आने वाले बदलाव के लिए आपके पार्टनर तैयार हैं या नहीं, आदि।
  • क्योंकि महिला अपने मन और दिमाग में चल रहे जितने सवालों का जवाब चाहती है और उसे वह जवाब मिल जाते हैं तो यह सब महिला को मानसिक रूप से बेबी प्लानिंग के लिए तैयार करने में मदद करते हैं।

शिशु को जन्म देने से पहले दूसरे माता पिता के साथ बिताएं थोड़ा समय

  • मानसिक रूप से बेबी के लिए तैयार होने के लिए महिला व् उनके पार्टनर दोनों को दूसरे माता पिता के साथ थोड़ा समय बिताना चाहिए।
  • और उनका एक्सपीरियंस कैसा है इस बारे में बात करनी चाहिए, प्रेगनेंसी के समय व् डिलीवरी के बाद महिला के जीवन में कौन से बदलाव आये हैं, इस बारे में पूछना चाहिए।
  • हो सकता है की आपको कुछ लोग अच्छा बताएं, तो कुछ डरा भी दें, लेकिन आपने किसी भी बात को अपने दिमाग में नहीं बिठाना है।
  • बस लोगो की बातें सुननी है, उसके बाद एक बार बैठकर उन सभी बातों पर अच्छे से विचार करना है।
  • तो ऐसा करने से हो सकता है की आपको मानसिक रूप से हो सके की आप एक प्यारे से बेबी को अपनी लाइफ में लाने के लिए तैयार हैं।

शिशु को जन्म देने से पहले अपने घर में थोड़ा बदलाव करके देखें

  • शिशु के जन्म के बाद घर को थोड़ा अव्यस्थित करके देखें यानी की अपने घर में कहीं कहीं थोड़े कपडे, कुछ न कुछ सामान को बिखेर दें।
  • उसके बाद आप महसूस करें की आपको कैसा लग रहा है, और फिर उस सामान को वापस व्यस्थित करें की आपको कितना समय लगता है।
  • ऐसा करके देखने से आपको शिशु के जन्म के बाद आपको अपने घर में, अपने काम में किस तरह बदलाव होगा उसका अनुभव लेने में मदद मिलती है।
  • ऐसे में यदि आप इन सब चीजों को एडजस्ट करने में अच्छा महसूस करते हैं और आपको कोई दिक्कत नहीं होती है।
  • तो आपका घर में ऐसे बदलाव को ट्राई करना भी आपको प्रेगनेंसी के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में मदद करता है।

अपनी लाइफ को थोड़ा बदल कर देखें

  • शिशु के जन्म से पहले आप जब चाहे कहीं आ सकती हैं, जा सकती है, यात्रा कर सकती है, मूवी देख सकती हैं, बाहर का खाना खा सकती है, सो सकती है, जब इच्छा हो तब खा सकती हैं, आदि।
  • लेकिन शिशु के जन्म के कम से कम दो साल तक हो सकता है की आपको इन सभी चीजों में दिक्कत हो।
  • ऐसे में थोड़े दिन घर पर रहकर देखें अपनी इन आदतों को दिनचर्या को सही से प्लान करके देखें।
  • की क्या आप अपनी दिनचर्या और लाइफ में आने वाले इस बदलाव के लिए तैयार हैं या नहीं।
  • हाँ हो सकता है शुरुआत में आपको दिक्कत हो लेकिन ऐसा जरूर करके देखें।
  • क्योंकि आपको अपनी लाइफ में होने वाले बदलाव को महसूस करके इस बात को समझने में आसानी है की क्या आप मानसिक रूप से नन्हे मेहमान को लाने के लिए तैयार हैं या नहीं।

शिशु को जन्म देने से पहले आर्थिक रूप से भी एक बार जरूर सोचें

  • शिशु के जन्म के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं कम नहीं होते हैं।
  • ऐसे में शिशु की बेहतर केयर के लिए आपको शिशु की हर छोटी से छोटी जरुरत का ध्यान अच्छे से रखना पड़ता है।
  • लेकिन इसके लिए आपको प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले आर्थिक रूप से डिलीवरी के खर्चे, डिलीवरी के बाद के खर्चे सब चीजों का विचार भी कर लेना चाहिए।
  • यदि आप शिशु को जन्म देने के लिए आर्थिक रूप से तैयार होते हैं तो भी आपको प्रेगनेंसी प्लान करने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने में मदद मिलती है।

तो यह हैं कुछ टिप्स जो आपको मानसिक रूप से बेबी के लिए तैयार करने में मदद करते हैं। और आपको इन टिप्स का ध्यान भी रखना चाहिए। क्योंकि यदि आप मानसिक रूप से बेबी के लिए तैयार नहीं है। और आप गर्भवती हो गई हैं, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान मानसिक रूप से परेशानी महिला के साथ महिला के पेट में पल रहे शिशु के लिए भी परेशानी खड़ी कर सकती है।

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