प्रेगनेंसी में 1 से 9 महीने तक पतियों के लिए टिप्स, प्रेगनेंसी में पति करें यह काम, गर्भावस्था में पति के काम आएँगे यह टिप्स, प्रेगनेंसी में ऐसे रखे पति अपनी पत्नी का ध्यान, Husband Wife Relationship during Pregnancy, Tips for Husband during Pregnancy
गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए उसकी लाइफ का सबसे खास और अनमोल समय होता है। और इस लम्हे को और भी खास बनाया जा सकता है यदि गर्भवती महिला को अपने पार्टनर का साथ मिलता है। ऐसा भी नहीं है की हम कह रहे हैं की पति को सारा दिन अपनी प्रेग्नेंट बीवी के पास ही बैठे रहना चाहिए।बस जितना हो सके उनके साथ समय बिताना चाहिए। प्रेगनेंसी में होने वाले अनुभव को उनके साथ जीना चाहिए। ऐसा करने से महिला को प्रेगनेंसी के दौरान खुश रहने के साथ माँ बनने के अनुभव का मज़ा दुगुना करने में मदद मिलती है। तो आइये आज हम आपको बताते हैं की प्रेगनेंसी में 1 से 9 महीने तक पतियों को अपनी पत्नी के लिए क्या क्या करना चाहिए।
साथ बिताएं समय
गर्भावस्था में महिला के बॉडी में बहुत से बदलाव आते हैं जिसके कारण महिला को शारीरिक के साथ मानसिक समस्या भी हो सकती है। कुछ महिलाएं तो इस दौरान तनाव का शिकार भी हो जाती है। ऐसे में अपने पार्टनर को खुश रखने व् उनकी मानसिक परेशानी को दूर करने के लिए पति का फ़र्ज़ बनता है की वो जितना हो सकता है उतना समय इस दौरान अपने पत्नी के साथ बिताए।
दिक्कत होने पर दे साथ
हार्मोनल बदलाव के बॉडी में होने के कारण महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी परेशानियां हो जाती है। ऐसे में यदि महिला को किसी परेशानी का अनुभव हो रहा है तो पति को उनका साथ देना चाहिए। ताकि उनकी दिक्कत को कम करने में मदद मिल सके। और यदि परेशानी ज्यादा हैं तो उसी समय डॉक्टर से पूछ कर उसका इलाज करना चाहिए ताकि महिला को इन परेशानियों से बचाया जा सके।
बातें करें शेयर
आप पिता बनने वाले है उस शिशु का आपकी जिंदगी में क्या महत्व है, और आप अपने आने वाले बच्चे और अपनी पत्नी से कितना प्यार करते हैं इस बात को अपनी पत्नी से शेयर करें। उनसे शेयर करें की शिशु के लिए आपने क्या सपने देखे हैं। ऐसा करने से गर्भवती महिला को भी अच्छा महसूस होता है।
खुश रखें
प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में हो रहे बदलाव शारीरिक परेशानियों के कारण कई बार महिलाएं तनाव में आ जाती है। ऐसे में गर्भवती महिला को खुश रखने के लिए पति को कुछ न कुछ जरूर करना चाहिए। जैसे की उनका मनपसंद खाना बनाएं, प्रेगनेंसी में उन्हें शिशु की तरह उनका ध्यान रखे, बिज़ी होने पर भी उनका हालचाल पूछना न भूले आदि।
यादों को मिलकर संजोए
घर में शिशु का आना केवल गर्भवती महिला के लिए ही नहीं बल्कि घर के हर सदस्य के जीवन में ख़ुशी लाता है, और हर कोई नन्हे मेहमान के आने का बेसब्री से इंतज़ार भी करता है। ऐसे में आपको इन ख़ुशी के लम्हो को अपनी पत्नी के साथ मिलकर संजोना चाहिए, ताकि आप और अपनी पत्नी इन लम्हो को हमेशा के लिए अपनी जिंदगी में कैद करके रख सकें।
गर्भावस्था के अनुभव को मिलकर करें एन्जॉय
गर्भावस्था के पांचवे महीने के बाद शिशु गर्भ में हलचल करना शुरू कर देता है, ऐसे में शिशु का लात मारना, पेट में घूमना, आदि का अनुभव केवल महिला महसूस कर सकती है। लेकिन आपको भी अपनी पत्नी से पूछना चाहिए की शिशु गर्भ में किस तरह घूमता है, उनके पेट पर हाथ लगाकर कई बार शिशु की हरकत को आप भी महसूस कर सकते हैं, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान आपको भी अपनी पत्नी के साथ मिलकर इस अनुभव को उठाना चाहिए।
काम में दे साथ
प्रेगनेंसी के समय पति को अपनी पत्नी का हर काम में साथ देना चाहिए खासकर वजन बढ़ने के बाद महिला को ज्यादा परेशानी हो जाती है। ऐसे में घर के छोटे मोटे काम हो, बाहर का कोई काम हो, पत्नी को किसी चीज की जरुरत हो ऐसे काम में आपको अपने पत्नी का साथ देना चाहिए।
तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका ध्यान पतियों को प्रेगनेंसी के दौरान रखना चाहिए, ऐसा करने से प्रेगनेंसी के दौरान महिला को होने वाली तनाव जैसी बड़ी परेशानी से बचाने में मदद मिलती है। साथ ही प्रेगनेंसी के खास लम्हे का अनुभव आप भी अपने पार्टनर के साथ शेयर कर सकते हैं।