प्रेगनेंसी में फिश आयल खाने के फायदे

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ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली का तेल प्रेगनेंसी के दौरान खाने से केवल गर्भवती महिला को ही फायदे नहीं मिलता है बल्कि इसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु का शारीरिक व् मानसिक विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। जहां गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान यह हाई ब्लड प्रैशर, तनाव, जैसी समस्या से राहत दिलाता है वहीं गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने के साथ उसके मस्तिष्क के बेहतर विकास में भी मदद करता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान मछली का तेल खाने से कौन से फायदे मिलते है।

इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है

गर्भवती महिला को सर्दी, खांसी, व् अन्य सभी तरह से इन्फेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए जरुरी होता है की उसका इम्यून सिस्टम मजबूत रहे। ऐसे में यदि गर्भवती महिला मछली के तेल का सेवन करती है तो इससे गर्भवती महिला को भरपूर ओमेगा 3 मिलता है, जो की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में मदद करता है, जिससे गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।

फिट रखने और हड्डियों को मजबूती देने में मदद करता है

प्रेगनेंसी के दौरान थकान व् कमजोरी का अनुभव होना आम बात होती है, इसके कारण कई बार शरीर में दर्द की समस्या भी हो जाती है, जिसके कारण महिला को उठने, बैठने, काम करने आदि में परेशानी का सामना करना पड़ता है। और इस समस्या से निजात पाने के लिए फिश आयल का सेवन एक बेहतरीन उपाय होता है क्योंकि यह महिला को फिट रखने के साथ हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है।

तनाव से राहत

गर्भवस्था के दौरान गर्भवती महिला का तनाव लेना महिला को ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकता है। और फिश आयल में मौजूद पोषक तत्व प्रेगनेंसी के दौरान महिला को तनाव, चिंता, जैसी परेशानी से दूर रखने में मदद करते है, इसीलिए गर्भवती महिला को मछली का तेल खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन यदि जरुरत से ज्यादा गर्भवती महिला इसका सेवन करती है तो यह तनाव के लक्षणों को बढ़ा भी सकता है।

उच्च रक्चाप को नियंत्रित करता है

मछली के तेल में ई पी ए और डी एच ए होता है, जो की रक्त वाहिकाओं को फैलाने का काम करता है, और धमनियों में आसानी से ब्लड फ्लो को करने में मदद करता है। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को ही हाई ब्लड प्रैशर से होने वाली समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है।

स्किन के लिए हैं फायदेमंद

मछली के तेल का सेवन करने से प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु की स्किन की बेहतर केयर करने में भी मदद मिलती है। इसके सेवन से स्किन के रूखेपन की समस्या से निजात मिलता है और त्वचा को कोमल रहने में मदद मिलती है।

शिशु के शारीरिक विकास के लिए है फायदेमंद

डी एच ए से भरपूर मछली का तेल गर्भ में पल रहे शिशु के अंगो का बेहतर विकास करने में मदद करता है। इससे शिशु की हड्डियों को मजबूती मिलती है, क्योंकि मछली के तेल का सेवन करने से शिशु तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन व् पोषक तत्व पहुंचते हैं। साथ ही शिशु की आँखों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होता है।

गर्भ में पल रहे शिशु का दिमागी विकास होता है बेहतर

हर गर्भवती महिला चाहती है की वो एक स्वस्थ व् तेज दिमाग वाले बच्चे को जन्म दे, ऐसे में मछली के तेल का सेवन आपकी इस इच्छा को पूरा करने में मदद करता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान मछली के तेल का सेवन शिशु के मस्तिष्क के विकास को बेहतर करने में मदद करता है, साथ ही इससे दिमाग की कोशिकाओं को मजबूत होने में मदद मिलती है। और रिसर्च के अनुसार ऐसे बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक तेज दिमाग वाले होते हैं।

जन्म दोष के खतरे को करता है कम

शोध के अनुसार मछली का तेल जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान खाती है, उन शिशुओं में जन्मदोष होने की सम्भावना न के बराबर हो जाती है। क्योंकि इसके सेवन से शिशु के रक्त में भी ओमेगा 3 की मात्रा पर्याप्त होती है जो किस शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करती है।

तो यह हैं कुछ खास फायदे जो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को मछली का तेल खाने से मिलते है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की आप इसका जरुरत से ज्यादा सेवन करें। क्योंकि पर्याप्त मात्रा से ज्यादा इसका सेवन करने से आपको परेशानी भी हो सकती है जैसे की रक्त में ग्लूकोस की मात्रा बढ़ने के कारण गेस्टेशनल डाइबिटीज़ की समस्या हो सकती है। ऐसे में जितना स्वास्थ्य को फायदे पहुंचाए उतना ही मछली का तेल प्रेगनेंसी के दौरान अपने आहार में शामिल करें।

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